मेरठ। उत्तर प्रदेश में तीन नवंबर को हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखा है। अगर प्रदेश की बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां भाजपा का कब्जा एक बार फिर कायम रहा है। भाजपा उम्मीदवार ने यहां 20,962 हजार मतों से जीत हासिल की है। वहीं, इस सीट से जीत भले ही उषा सिरोही की हुई है, लेकिन जीत का सेहरा प्रभारी मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता अशोक कटारिया के सिर बंधा है। भाजपा उम्मीदवार की जीत के पीछे अशोक कटारिया के प्रभाव और उनकी मेहनत को माना जा रहा है। कटारिया ने उषा सिरोही की जीत की न केवल अचूक रणनीति बनाई, बल्कि उसको अंजाम तक भी पहुंचाया।
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राजनीतिक विश्लेशकों की मानें तो अशोक कटारिया जहां पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने में कामयाब रहे, वहीं उन्होंने जन-जन तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों को पहुंचाने में भी सफलता हासिल की। यही वजह है कि जमीनी स्तर पर भाजपा प्रत्याशी की जीत की पटकथा लिखने वाले अशोक कटारिया जीत को लेकर पहले से आश्वसत नजर आ रह थे। आपको बता दें कि अशोक कटारिया इससे पहले भी तीन अलग-अलग विधानसभा उम्मीदवारों के चुनावी वैतरणी पार करा चुके हैं। उनके रहते भाजपा ने हमीरपुर उपचुनाव, गंगोह उपचुनाव, दिल्ली करावलनगर और बुलन्दशहर सदर सीट पर विजय हासिल की है। हालांकि कटारिया इस जीत का श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हैं।
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गौरतलब है कि बुलंदशहर सदर से भाजपा प्रत्याशी ने इस सीट पर 20,962 हजार मतों से विजयी हुईं। जबकि दूसरे स्थान पर बसपा के प्रत्याशी रहे।