मेरठ। 20 वर्षीय युवती सिविल लाइन थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी की रहने वाली है। मंगलवार शाम साढ़े सात बजे युवती स्कूटी से मेडिकल क्षेत्र में अपने कमरे पर जाने के लिए निकली थी। युवती का आरोप है कि रास्ते में जेलचुंगी पर बिजलीघर के पास तीन युवकों ने उसे रोक लिया। इनमें से एक युवक को युवती पहले से जानती थी। पीड़िता का आरोप है कि तीनों युवकों ने कोल्ड्रिंक के बहाने उसे शराब पिलाई फिर कमरे पर छोड़ने की बात कहकर सोमदत्त सिटी में कमरे पर ले जाकर दुष्कर्म किया। अचानक युवती का मौसेरा भाई जब वहां पहुंचा तो दुष्कर्म के आरोपी ने पीड़िता और युवती के भाई को धमकी दी। युवती अपने भाई के साथ मेडिकल थाने पहुंची और दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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मेडिकल पुलिस ने सिविल लाइन क्षेत्र की बताकर सिविल लाइन पुलिस को बुला लिया। सिविल लाइन पुलिस युवती और उसके भाई को लेकर थाने पहुंची, आरोप है कि पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी को भी थाने में बुला लिया। पीड़िता का आरोप है कि सिविल लाइन थाने में 2 महिला पुलिस कर्मियों ने उसे बंधक बनाकर कमरे में फट्टे से पीटा। वह हाथ जोड़ती रही उसके बाद भी पुलिस बेरहमी से मारपीट करती रही। बाद में पुलिस ने जेल भेजने की धमकी देकर समझौते में यह लिखवा लिया कि यदि कोई कार्रवाई की तो जेल भेज दिया जाएगा। जबरन युवती से समझौता लिखवा लिया। युवती का आरोप है कि बुधवार को सिविल लाइन पुलिस ने 40 हजार लेकर दुष्कर्म के आरोपी को थाने से छोड़ दिया। जबकि युवती के मौसेरे भाई से भी 20 हजार रुपये लिए। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने मेरे परिवार के लोगों को बुलाया और 5 हजार रुपए लेकर सुपुर्दगी में छोड़ दिया और न ही मेडिकल कराया।
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इसके बाद दुष्कर्म पीड़िता एसएसपी ऑफिस पहुंची और पुलिस अधिकारियों के सामने आपबीती सुना कर बिलख पड़ी। युवती के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान भी थे। एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह का कहना है की यदि दुष्कर्म पीड़िता के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की और थाने में पीड़िता को पीटा गया है तो यह गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।