meerut: किसान आन्दोलन सरकार के गले की फास बनता जा रहा है। 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड कैसे विफल हो इसके लिए सरकार अपने तमाम प्रयास कर रही है। अब जब ट्रैक्टर परेड के समय में महज 15 घंटे ही बचे हैं तो खुफिया विभाग की टीम भी वेस्ट यूपी के किसान नेताओं पर नजर रख रही है। हालाकि जिन किसान नेताओं को परेड में शामिल होना है, उन्होने गांव-गांव जाकर रणनीति बनाना शुरु कर दिया है।
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वेस्ट यूपी पर निगरानी
सुरुरपुर, जानी, सरधना और मवाना, दौराला थाना क्षेत्रों के लगभग 100 गांवों पर पुलिस और खुफिया विभाग की पैनी नजर है। शासन ने भी निर्देश दिए हैं कि किसानों से लगातार बातचीत की जाए। उन्हें समझाया जाए कि वे दिल्ली न जाएं। हालाकि किसान दिल्ली जाने की तैयारी में जुटे हैं। गांव-गांव किसान नेता संपर्क करने में जुटे हैं। ताकि ट्रैक्टर परेड में किसानों की संख्या जुट जाएं। मवाना व रोहटा क्षेत्र के सैंकडों किसान ट्रैक्टर लेकर दो दिन पहले ही पहुंच चुके हैं। किसानों की तैयारियों और कूंच होने की एक-एक जानकारी खुफिया विभाग अपने आलाधिकारियों को दे रहा है। पुलिस प्रशासन ने भी कई गांवों के लोगों को चिह्नित किया है।
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अतिरिक्त फोर्स लगाने की तैयारी
आज गंग नहर मार्ग, एनएच-58, मेरठ पौड़ी मार्ग और अलग-अलग स्थानों पर अतिरिक्त फोर्स लगाने की भी योजना है। ताकि परेड में शामिल होने जा रहे किसानों को रोककर समझाया जा सके। खुफिया जानकारी के मुताबिक 26 जनवरी को वेस्ट यूपी से करीब 500 ट्रैक्टर दिल्ली पहुंचने की रिपोर्ट है। किसान युनियन के नेता जितेन्द्र बालियान ने बताया कि कितनी भी बंदिशें लग जाएं। वेस्ट यूपी के किसानों को रोका नहीं जा सकता। 26 को परेड के समय सभी किसान राकेश टिकेत के नेतृत्व में ट्रैक्टर मार्च में शामिल होंगे।
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