मेरठ। मेरठ महानगर में अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है। शहर के गली मोहल्लों में अवैध निर्माण कुकरमुत्तों की तरह उग आए हैं। यूं मेरठ विकास प्राधिकरण अवैध निर्माणों से शहर की दरोगाई करने का दावा करता है, लेकिन खुद उसके ही अफसर कैसे अपने ही नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसका लाइव उदाहरण मेरठ के गंगानगर में देखा जा सकता है। गंगानगर स्थित राजेंद्र पुरम में मेरठ की मशहूर रामचंद्र सहाय आनंद स्वरूप मिठाई का शोरूम न केवल बनकर तैयार हो गया है, बल्कि उसके सामने ग्राहकों की लंबी-लंबी कतारें दिखनी शुरू हो गई हैं। जी हां मेरठ की मशहूर मिठाई का यह शोरूम सौ प्रतिशत अवैध है।
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क्या है मामला
दरअसल, गंगानगर एक आवासीय कॉलोनी है। कॉलोनी के जिस क्षेत्र में यह बिल्डिंग बनी है, उसका लैंडयूज भी रेजिडेंशियल ही है। इसका मतलब यह है कि इस क्षेत्र में कोई कमर्शियल एक्टिविटी नहीं हो सकती है। ऐसे में यहां कोई, दुकान, शोरूम या फिर कमर्शियल कॉंप्लेक्स नहीं बनाया जा सकता है। बावजूद इसके अगर कोई कमर्शियल बल्डिंग बनती है तो वह पूर्ण रूप से अवैध मानी जाएगी, जिस पर कार्रवाई का जिम्मा मेरठ विकास प्राधिकरण और उसके अधिकारियों का होगा।
कैसे तैयार हो गई पूरी बिल्डिंग
यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर यह एक रेजिडेंशियल कॉलोनी और यहां कोई कमर्शियल एक्टिविटी नहीं हो सकती तो फिर रामचंद्र सहाय आनंद स्वरूप का शोरूम कैसे बनकर तैयार हो गया। दरअसल, इसके पीछे भी एमडीए ही जिम्मेदार है। ऐसा मानने का कोई कारण नहीं है कि शोरूम में लगभग एक महीने से चल रहे निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एमडीए अधिकारियों को नहीं होगा। चूंकि एमडीए ने इसके लिए अलग से प्रवर्तन विभाग की व्यवस्था की है। यह मामला एमडीए के जोन-डी का है। अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के लिए एमडीए ने सुपरवाइजर से लेकर जोनल अधिकारी तक की फौज खड़ी कर रखी है। सुपरवाइजर और जेई का काम तो केवल अवैध रूप से बनने वाले निर्माणों पर ही निगाह रखना है।
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सवाल पूछे तो लड़खड़ाई अधिकारियों की जुबान—
जिस क्षेत्र में रामचंद्र सहाय का शोरूम है। यह एक रेजिडेंशियल क्षेत्र है। शोरूम के निर्माण के समय मैंने इसकी जानकारी संबंधित जेई को दी थी। इस पर कार्रवाई करना मेरे अधिकार में नहीं आता। इस संबंध में जेई ही बता पाएंगे।
– सुभाष, मेट गंगानगर
जिस जगह पर शोरूम बना है। इसका लैंडयूज रेजिडेंशियल है, यह बात सही है। एमडीए की ओर से इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है। इस बारे में अधिक जानकारी जोनल दे पाएंगे।
– मनोज सिसौदिया, जेई
मैं वर्जन देने के लिए अधिकृत नही हूं। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि निर्माण के समय अवैध रूप से बन रहे इस शोरूम पर सील लगा दी गई थी, लेकिन निर्माणकर्ता ने सील तोड़कर निर्माण कार्य जारी रखा। अब इसमें आगे की कार्रवाई की जा रही है।
– विपिन कुमार, जोनल अधिकारी, जोन डी
एमडीए के जेई मनोज सिसौदिया हमारी बिल्डिंग की कंपाउंडिंग करा रहे हैं। पूरी फाइल जेई के पास है और उस पर काम शुरू हो चुका है। हमारे आसपास भी ऐसी ही कई कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी चल रही हैं।
– सचिन गुप्ता, रामचंद्र सहाय आनंद स्वरूप