मेरठ। वेस्ट यूपी (West UP) में शनिवार को भी सुबह की शुरुआत हल्की ठंडी हवाओं (Cold Waves) के साथ हुई। सुबह का मौसम बदलने (Change Weather) से ठंड (Cold) का अहसास होने लगा है। अब सुबह और शाम लोग कूलर-एसी (Cooler-AC) से परहेज करने लगे हैं और पंखे की स्पीड भी कम रख रहे हैं। इसका मतलब यही है कि ठंड की शुरुआत हो चुकी है। बदलते मौसम में लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखने की भी जरूरत है, क्योंकि शुरुआती ठंड में ख्याल नहीं रखा तो वह पूरे सीजन परेशान करती है, इसलिए शुरू हुई ठंड में अपना बचाव करें। मौसम वैज्ञानिकों (Weather Scientists) का कहना है कि अगले 15 दिन में ठंड बढ़ जाएगी और कोहरा व प्रदूषण (Fog And Air Pollution) का खतरा बढ़ जाएगा।
मेरठ में इस मानसून 26 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पुराने मानकों के आधार यह प्रतिशत 35 से कम है। मेरठ में बारिश दक्षिण पश्चिम मानसून से होती है। 2014 के बाद इस बार सीजन में सबसे कम बारिश 451 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस बार मानसून सीजन का अंतिम माह सितंबर ने लगभग एक दशक से चले आ रहे ट्रेंड को तोड़ा है। विगत कई दशकों से सितंबर माह में अच्छी बारिश हो रही है। वर्ष 2019 में ही 136 मिलीमीटर बारिश हुई थी। लेकिन इस बार सितंबर पूरी तरह सूखा रहा। बारिश न होने से सितंबर में गर्मी ने भी कई सालों के रिकार्ड तोड़ दिया। अधिकतम तापमान 37 डिग्री पहुंच गया।
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पूरे माह में दो तीन दिन छोड़ दें तो अधिकतम तापमान 35 डिग्री से अधिक रहा है। मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही ने बताया कि मानसून विदा होने से आद्रता का प्रतिशत कम हो गया है। तेज हवाएं चल रही हैं। ठंड एक पखवाड़े बाद से बढ़ जाएगी। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि इस बार कई मौके पर कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। ठंड बढ़ने के साथ कोहरा और प्रदूषण बढ़ने की संभावना है।