मेरठ। कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन के चार महीने पूरे होने पर 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि शुक्रवार को ‘पूर्ण भारत बंद’ असरदार होगा। सुबह 6 से शाम 6 बजे तक पूर्ण भारत बंद के दौरान सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे।
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हालांकि इसपर कैट ने कहा है कि, “दिल्ली और देश भर में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान कल खुले रहेंगे और सामान्य व्यापारिक गतिविधियां जारी रहेंगी।” सयुंक्त किसान मोर्चा के अनुसार इस आह्वान पर देश के तमाम किसान संगठनों, मजदूर संगठनों, छात्र संगठनों, बार संघ, राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने इस बंद का समर्थन किया है।
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कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, “व्यापारियों और लोगों के अन्य वर्गों ने कुछ किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान के बारे में सवाल किए हैं। यह हमारे संज्ञान में आया है कि कैट का नाम इस बंद के प्रायोजन में शामिल किया गया है जो कि गलत है और जिससे भ्रम पैदा किया जा रहा है।” देश के 40 हजार व्यापार संगठनों की ओर से, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) यह स्पष्ट करता है कि दिल्ली और देश भर में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान कल खुले रहेंगे और सामान्य व्यापारिक गतिविधियां जारी रहेंगी।”
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“भारत बंद का समर्थन करने के लिए न तो किसी किसान संगठन ने हमसे बात की है और न ही कैट खुद इस बंद कर समर्थन करता है। हमारा विचार है कि किसानों और सरकार के बीच गतिरोध को बातचीत की प्रक्रिया के जरिए हल किया जाना चाहिए।” दरअसल किसान मोर्चा ने दुकान, मॉल, बाजार के अलावा तमाम छोटी व बड़ी सड़कें और ट्रेनें जाम करने की बात कही है। वहीं इस दौरान एम्बुलेंस व अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी। दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव रहेगा।