लखनऊ। हाथरस गैंगरेप (Hathras Gang Rape Case) मामले में पूरा देश आक्रोशित है। 14 सितंबर को हाथरस के चंदपा क्षेत्र में गैंगेरप से लेकर उसके इलाज और उसके अंतिम संस्कार तक पर योगी सरकार (Yogi Government) की पुलिस (Police) पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adiyanath) से बात की तो देर शाम सीएम योगी ने मृतका के परिजनों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की। सीएम योगी ने परिजनों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। इसी बीच यूपी सरकार ने पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपए की मदद, घर और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
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योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। देर रात हुए अंतिम संस्कार को लेकर विपक्ष का कहना है कि पुलिस ने साक्ष्य को मिटाने के लिए परिजनों की गैरमौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं पुलिस और प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि मंगलवार सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी। देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था। प्रशांत कुमार ने कहा कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए हए हैं। सत्य यही है कि उनकी उपस्थिति से और सहमति से ही अंतिम संस्कार कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी।
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एडीजी ने कहा कि पीड़िता की डेड बॉडी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जातई थी कि रात को ही अंतिम संस्कार कर देना उचित होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में एसआईटी गठित करने का ऐलान किया है। गृह सचिव की अध्यक्षता वाली इस तीन सदस्यीय टीम में डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस अधिकारी पूनम को सदस्य बनाया गया है। सीएम ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए टीम को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं।