अलीगढ। जिले की इगलास तहसील के गोंडा थाने में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब सत्ताधारी विधायक और sho आपस में ही भिड़ गए। दोनों में जमकर जूते-चप्पल और लात-घूसे चले। bjp विधायक का आरोप है कि दो दरोगा के साथ खुद sho ने उन्हे थाना परिसर में भगा-भगा के मारा है। विधायक और sho के जूतम पैजार की खबर मुख्यमंत्री योगी तक भी पहुंच गई है।
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विधायक का एक संवैधानिक प्रोटोकॅाल होता है। कोई भी सरकारी अधिकारी विधायक के जाने पर अपनी सीट से खड़ा होकर उसकी अगवानी करता है। साथ ही जनप्रतिनिधि का यदी किसी अधिकारी के पास फोन भी आ जाए तो अधिकारी जिम्मेदारी होती है की उस समस्या को गंभीरता से लेकर ठीक कराय जाए। लेकिन ये क्या हो रहा है अपनी ही सरकार में भाजपा जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनी जा रही। थाना स्तर का एक अधिकारी भी विधायकों को डांटकर भगा रहा है। ऐसा ही एक मामला जिले के इगलास तहसील में हुआ। जहां भाजपा विधायक थाने में एक मामले की सिफारिश में गए। भाजपा विधायक का आरोप है कि थाना प्रभारी ने पहले उनको प्रोटोकाल के तहत सम्मान नहीं दिया। जब उन्होने काम बताया उसे बदतमीजी से पेश आए। जिसके बाद दोनों पक्षों मेें जमकर मारपीट हुई।
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बता दें कि इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी एबीवीपी कार्यकर्ता संग पिछले दिनों हुई मारपीट के मामले में सिफारिश करने गए थे। आरोप है कि एसओ ने मामले में रुपये लेकर कार्रवाई नहीं की है। विधायक ने जब sho को पैसे लेकर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया तो sho आग-बबूला हो गए और गाली-गलोच करने लगे। विधायक ने जब प्रोटोकॅाल याद दिलाया तो दोनों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट की खबर सुनते ही विधायक के सैंकड़ों समर्थक थाने पहुंच गए और अपनी ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामले को बढ़ता देख संबंधित सीओ और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। मामले की सुनवाई हाईकमान तक पहुंच गई है। अब देखते है विधायक का सम्मान बचता है या नहीं।