मवाना । शासन के आदेश निर्देश भले ही कुछ भी हो लेकिन थानों में राज तो थानेदारों का ही चलता है। शासन ने मिट्टी के खनन पर पाबंदी लगा रखी है लेकिन फलावदा क्षेत्र में यह पाबंदी बेअसर है।पुलिस के संरक्षण में खनन माफिया रात के अंधेरे में धरती का सीना चीर कर अवैध खनन कर रहे हैं।पुलिस व खनन माफिया की मनमानी के आगे शासन के आदेश बेमानी साबित हो रहे है।
Meerut: नगर निगम में फिर एक धांधली! दिल्ली रोड डिपो में फर्जीवाड़े का बड़ा आरोप
योगी सरकार ने अवैध खनन पर पाबंदी लगा रखी है।इसके बावजूद फलावदा में खनन पर पाबन्दी लागू नहीं हो पा रही है। समीपवर्ती गांव गुडंब में निरंतर खनन का कार्य चल रहा है।पुलिस व माफियाओ के गठजोड के चलते खनन माफिया बेखौफ होकर धरती का सीना चाक कर अवैध खनन का धंधा सुचारु रुप से चला रहे हैं। सांठगांठ के चलते पुलिस भी इस अवैध धंधे को लेकर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं। आलम यह है कि सूर्यास्त होती सक्रिय होने वाले खनन माफिया जेसीबी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर सक्रिय हो जाते हैं। रात के अंधेरे में आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलीया खनन करके मिट्टी सप्लाई कर रही हैं। यह सिलसिला सूर्योदय तक जारी रहता है।पुलिस चौकी के सामने से मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली रात भर फर्राटा भरती है लेकिन सेटिंग के चलते पुलिस उन्हें पकड़ने की जहमत नहीं उठाती।
meerut: मरते दम तक किसानों के लिए लडुंगी: प्रियंका गांधी वाड्रा
जिम्मेदार लोगों का कहना है कि नगर के प्रमुख मार्ग छतिग्रस्त होने लगे हैं। स्थानीय नगर पंचायत द्वारा सडको पर प्रतिदिन सफाई कार्य कराया जाता है।सड़क पर दौड़ने वाली मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली सफाई कर्मियों की मेहनत पर पल भर में पानी फेर देती है। अवैध खनन की मिट्टी गिरने के कारण सफाई प्रभावित हो रही है।ट्रॉली से गिरने वाली मिट्टी सड़कों का स्वरूप बदल रही है।दूसरी ओर अवैध खनन के कारण धूल मिटटी उडने से लोग अस्थमा जैसे रोगो की चपेट मे आने लगे है।लोगों का कहना है कि पुलिस खुद खनन करा रही है,शिकायत करे तो किससे करें।इस संबंध में चौकी इंचार्ज प्रदीप यादव का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है।
education: अब शहरी और ग्रामीण कैडर खत्म करेगा बेसिक शिक्षा विभाग, जल्द ही शुरु होगी नई नियमावली